शिमला, 21 मई। हिमाचल प्रदेश में बुधवार को दोपहर के समय मौसम ने अचानक करवट ली और कई जिलों में तेज आंधी, बारिश और बादलों की गड़गड़ाहट ने लोगों को चौंका दिया। राजधानी शिमला और सोलन सहित कई इलाकों में दिन में ही अंधेरा छा गया। इससे बाजारों और सड़कों पर वाहनों को लाइटें जलानी पड़ीं। इस अप्रत्याशित मौसम परिवर्तन से जहां मैदानी क्षेत्रों में गर्मी से कुछ राहत मिली, वहीं कई जगह बिजली आपूर्ति बाधित होने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। राज्य में इस समय पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से व्यापक स्तर पर मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है।
मौसम विभाग ने आगामी चार दिनों के लिए राज्यभर में खराब मौसम को लेकर चेतावनी जारी की है। 23 से 25 मई तक प्रदेश में तेज बारिश, ओलावृष्टि, बिजली गिरने और तूफान की आशंका जताई गई है। मौसम विभाग का येलो और ऑरेंज अलर्ट मौसम विभाग द्वारा जारी अलर्ट के अनुसार 23 मई को चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी और शिमला जिलों में तेज बारिश, बादल गरजने और बिजली गिरने के साथ 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी चलने की संभावना है। इन जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। वहीं 24 और 25 मई को मौसम और ज्यादा बिगड़ सकता है। इन दोनों दिनों कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, हमीरपुर, बिलासपुर और ऊना जिलों में तेज गर्जना, बिजली गिरने, ओलावृष्टि और 60 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार से तूफान की संभावना को देखते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके अतिरिक्त चंबा, सोलन, सिरमौर, किन्नौर और लाहौल-स्पीति जैसे अन्य जिलों में भी 50 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है, जिसके चलते इन क्षेत्रों के लिए येलो अलर्ट घोषित किया गया है।
मौसम विभाग ने खराब मौसम के दौरान लोगों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है। लोगों से अपील की गई है कि वे अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलें और तेज आंधी-तूफान या बिजली गिरने के दौरान सुरक्षित स्थानों पर रहें। खेतों, पेड़ों और खुले स्थानों से दूर रहना और मौसम संबंधी अपडेट पर नजर बनाए रखना जरूरी बताया गया है।
पिछले 24 घंटों में राज्य के विभिन्न भागों में रुक-रुक कर बारिश दर्ज की गई। पालमपुर में 24 मिमी, रायपुर में 20 मिमी, जोगिंदरनगर और सुजानपुर टीहरा में 8-8 मिमी, बैजनाथ में 7 मिमी, आरएल बीबीएमबी में 5 मिमी, ब्राह्मणी में 4 मिमी और ओलिंड्रा में 3 मिमी बारिश दर्ज की गई। इस दौरान शिमला के कुफरी क्षेत्र में तूफान की गति 96 किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गई, जबकि शिमला शहर में हवाएं 59 और नेरी में 48 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलीं। कई स्थानों पर पेड़ गिरने और बिजली के तार टूटने की घटनाएं भी सामने आई हैं।
इस बेमौसम बारिश और आंधी के चलते शिमला में अधिकतम तापमान 1.2 डिग्री की गिरावट के साथ 26.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। वहीं कुफरी में तापमान 20.7 डिग्री और जुब्बड़हट्टी में 30.6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। इसके अलावा अन्य प्रमुख स्थानों का अधिकतम तापमान इस प्रकार रहारू सुंदरनगर में 37 डिग्री, भुंतर में 34.4 डिग्री, कल्पा में 24 डिग्री, धर्मशाला में 33 डिग्री, नाहन में 33.3 डिग्री, केलांग में 20.8 डिग्री, सोलन में 32 डिग्री, मनाली में 27.6 डिग्री, कांगड़ा में 37 डिग्री, मंडी में 35 डिग्री, बिलासपुर में 38.7 डिग्री, हमीरपुर में 38 डिग्री, चंबा में 32.3 डिग्री, डलहौजी में 25.5 डिग्री सेल्सियस। उना सबसे गर्म बुधवार को प्रदेश का सबसे गर्म स्थान उना रहा, जहां अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यहां आंधी-तूफान के बावजूद गर्मी का असर बना रहा। हालांकि देर शाम हुई बूंदाबांदी ने लोगों को थोड़ी राहत दी।