शिमला, 19 मई। तुर्की से सेब आयात को लेकर हिमाचल प्रदेश में विरोध तेज हो गया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस मुद्दे को केंद्र सरकार के समक्ष उठाने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि वह तुर्की से सेब के आयात को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखेंगे और 24 मई को दिल्ली में मुलाकात कर इस मसले को उनके सामने उठाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि तुर्की से सेब आयात होने के कारण प्रदेश के बागवानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। इससे स्थानीय सेब को बाजार में उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है। इसके अलावा, हाल ही में भारत-पाकिस्तान तनाव के दौरान तुर्की द्वारा पाकिस्तान का पक्ष लिए जाने पर भी मुख्यमंत्री ने नाराज़गी जाहिर की। उन्होंने कहा कि ऐसे राष्ट्र से आयात बंद किया जाना देशहित में होगा।
मुख्यमंत्री ने यह बात सोमवार को मंत्रिमंडल की बैठक से पहले पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार बागवानों के हितों के संरक्षण को लेकर गंभीर है और तुर्की से सेब आयात का विरोध इसी दिशा में एक कदम है।
इसी दौरान मुख्यमंत्री ने राजधानी शिमला में बढ़ती भीड़ और दबाव को देखते हुए कुछ सरकारी दफ्तरों को अन्यत्र स्थानांतरित करने की योजना की जानकारी दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि विभागों के स्थानांतरण की अभी कोई योजना नहीं है, लेकिन दफ्तरों को सरकारी खाली भवनों में शिफ्ट किया जाएगा। साथ ही कर्मचारियों को उनकी सहमति से ही स्थानांतरित किया जाएगा और ज़रूरत पड़ने पर नए कर्मचारियों की भर्ती भी की जाएगी।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने प्रदेश में शांति और सुरक्षा के माहौल पर भी भरोसा जताया। उन्होंने कहा कि हिमाचल एक शांत, सुरक्षित और पर्यटक अनुकूल राज्य है। यहां कश्मीर जैसी आतंकी घटनाओं की न तो कोई इतिहास रहा है और न ही भविष्य में ऐसी कोई संभावना है। उन्होंने देश-दुनिया के पर्यटकों से हिमाचल आने और यहां की खूबसूरती का आनंद लेने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गर्मियों का मौसम शुरू हो चुका है और प्रदेश पर्यटकों के स्वागत के लिए पूरी तरह तैयार है। सरकार की प्राथमिकता है कि पर्यटकों को हरसंभव सुविधा और सुरक्षा उपलब्ध कराई जाए।